जगत के रिश्ते नाते कुछ समय के लिए और परमात्मा से शाश्वत रिश्ता।
कई बार हमारे मन मे प्रश्न आते होंगे कि- संसार मे आगमन-गमन क्यों बन जाता हैं? सिरजन-सिंहार क्यों हो जाता हैं? निर्माण-नाश क्यों हो जाता हैं? जन्म-मरण क्यों बन जाता हैं? यहाँ संयोग-वियोग क्यों हो जाता हैं ? क्या, इसका...
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